Goldie Brar was furious after watching gangster Lawrence and his gang tightening their grip, see what he said

गैंगस्टर लॉरेंस व उसकी गैंग पर शिकंजा कसते देख भड़का गोल्डी बराड़, देखें क्या कहा

Goldi-Barar

Goldie Brar was furious after watching gangster Lawrence and his gang tightening their grip, see wha

चंडीगढ़। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को कत्ल के बाद गैंगस्टर लॉरेंस और उसकी गैंग पर शिकंजा कसते देख कनाडा बैठा गैंगस्टर गोल्डी बराड़ भड़का हुआ है। वह मूसेवाला को मिल रहे समर्थन से भी गुस्से में है। गोल्डी ने एक न्यूज चैनल को भेजे वीडियो में कहा कि जीते जी 95 फीसदी लोग उसे गालियां निकालते थे। मौत के बाद अचानक सब उसके समर्थन में आ गए।

गोल्डी ने यह भी कहा कि मूसेवाला ने जान बचाने के लिए 2 करोड़ का ऑफर दिया था। हमे भाई के खून का बदला लेना था, इसलिए उसे मार दिया। सूत्रों के मुताबिक पंजाब और दिल्ली पुलिस ने यह वीडियो गोल्डी बराड़ के ही होने की पुष्टि की है। हालांकि, दैनिक अर्थ प्रकाश इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।

मिड्डूखेड़ा के कत्ल के बाद दिया था ऑफर

गोल्डी ने कहा कि विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल के बाद चुनाव के दौरान मूसेवाला ने 2 करोड़ का ऑफर दिया था। मुक्तसर के गांव भंगचिड़ी के कुछ लड़के थे, जो 24 घंटे मूसेवाला के साथ रहते थे। उनके जरिए ही यह ऑफर दिया गया। मुझे कहा गया कि रुपए लेने के बाद गुरुद्वारा साहिब जाकर कसम खा लो कि उसके बाद मूसेवाला को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। हमे भाई के खून का बदला लेना था, इसलिए कहकर उसे मारा।


कत्ल का कोई अफसोस नहीं

गोल्डी बराड़ ने कहा कि मेरा नाम मूसेवाला से जोड़ा गया। हम पहले भी इसकी जिम्मेदारी ले चुके हैं। हमें मूसेवाला के कत्ल का कोई अफसोस नहीं है। हमारे भाईयों का नुकसान हुआ था। 2 भाइयों के कत्ल में अप्रत्यक्ष तरीके से इसका हाथ था। उसने अपने गानों वाली इमेज को सही साबित करने के लिए यह सब किया। सिद्धू का 2 भाइयों के कत्ल में हाथ था। इसकी गलतियां भूलने लायक नहीं थी। हमने न्याय का बहुत इंतजार किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। हमारे पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था। जो ऑप्शन था, वह हमने कर दिया।

मूसेवाला की सिख शहीदों से तुलना गलत

हमने हथियार उठाए और बदला ले लिया। मूसेवाला को जीते जी लोग गालियां देते थे। 95 फीसदी लोग उसके विरोधी थे। वीडियो बनाने का मकसद यह है कि हमें जितना मर्जी बुरा कहो, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। अच्छे लोगों का घर उजाड़ दिया जाता है। हम बुरे ही ठीक हैं। दुख इस बात का है कि मरने के बाद लोग सिद्धू मूसेवाला को सच्चा कह रहे हैं। उसके घर वालों का इमोशनल वीडियो आया, लोग उसके पक्ष में खड़े हो गए। पावरफुल लोगों के कसूर सामने नहीं आते। सिद्धू को सिख शहीद और कौमी योद्धा करार देना गलत है। मूसेवाला उसका हकदार नहीं है।